धरती माता की सुरक्षा के लिए… समर्पित है पर्यावरणवादी श्रद्धा साहू जो... एकल उपयोग प्लास्टिक के दुष्परिणामों से जन सामान्य को सचेत करती है
श्रद्धा साहू के प्रेरणादायक
कार्य और संगठनात्मक शक्ति
वैश्विक खतरे से सीधी लड़ाई एकल उपयोग प्लास्टिक वर्तमान में पृथ्वी के लिए खातर बन गया है और इस वैश्विक खतरे से पूरा विश्व एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहा है l उल्लेखनीय है की एकल उपयोग प्लास्टिक न सिर्फ हमारे पर्यावरण को दूरगामी खतरा उत्पन्न कर रहा बल्कि इसके साथ-साथ यह खतरनाक कचरा हमारे नगरीय निकायों को, "कभी ड्रेनेज फसकर, तो कभी कचरे के पहाड़ का रूप लेकर परेशान भी करता है" नगरीय निकायों पर आर्थिक बोझ बढ़ता है । जिसके कारण हमारे रोजमर्रा की जरूरतों में अवरोध उत्पन्न हो जाता है । भिलाई रिसाली की समाज सेविका श्रद्धा साहू और उनके साथ वैचारिक रूप जुडी संगठनात्मक शक्ति इसी वैश्विक खतरे से सीधी लड़ाई लड़ रही और हमारी धरती माता को बचा रही है l पर्यावरण संरक्षण नियम कुंजी श्रद्धा साहू के इस समर्पित सेवा भाव का सम्मान करती है ।
दुनिया के सभी देश एकल उपयोग प्लास्टिक के खतरों को जान व समझ गए है क्योंकि यह कचरा जल्दी खत्म नहीं होता है और इसके विनिष्टिकरण का खर्चा भी अपेक्षाकृत ज्यादा है इसीलिए दुनिया के सभी देश इस खतरनाक कचरे से परेशान है छत्तीसगढ़ राज्य भी इस खतरे से अछूता नहीं है इसलिए प्रदेश शासन भी एकल उपयोग प्लास्टिक के दुष्परिणाओ से संबंधित जानकारियां प्रचारित और प्रसारित करके एकल उपयोग प्लास्टिक से उत्पन्न होने वाले खतरों से जनता को अवगत करवा रहा है गौर तलब रहे कि, पर्यावरण नियम कुंजी एकल उपयोग प्लास्टिक के संबंधित नियम कानून की जानकारी संकलित कर प्रसारित करने का कार्य कर रही है|
सतत प्रयासरत रहती है
विगत कई वर्षों से समाज सेविका और पर्यवारणवादी श्रद्धा साहू एकल उपयोग प्लास्टिक के खतरों से जन सामान्य को अवगत करवाने के अनुकरणीय कार्य को कर रही है जिसके कारण छत्तीसगढ़ में एकल उपयोग प्लास्टिक के कारण उत्पन्न होने वाली खतरनाक स्थिति को नियंत्रित करने में शासन सफल हुई है चूंकि श्रद्धा साहू एकल उपयोग प्लास्टिक के खतरों से हमारी पृथ्वी माता को बचाने के लिए सतत अपील करती है और अपनी अपील में धरती माता के प्रति हमारे भावनात्मक एवं जीवनदायक जुड़ाव को जन सामान्य को स्मरण करवाती है इसलिए श्रद्धा साहू की अपील का सार्थक असर दिखाई देता है और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगो को उनकी नागरिक जिम्मेदारियों का स्मरण होता है ।
कौन है श्रद्धा साहू
श्रद्धा रानी साहू अभी वर्तमान मैं बाल कल्याण समिति जिला दुर्गा की सदस्य होने के नाते भी बच्चों के अधिकार संरक्षण और उनके मनोविकास के लिए लगातार स्कूलों में जाकर गुड टच बैड टच, किशोर न्याय अधिनियम की जानकारी, मोटिवेशनल स्पीच नशा उन्मूलन, महिला सशक्तिकरण के क्षेत्रों में भी सेवा देती है श्रद्धा साहू की टीम गांव गांव जाकर अनेकों ग्राम पंचायतों के युवा वर्गों एवं स्व सहायता समूह की महिलाओं और सभी सामाजिक प्रमुखों को जागरूक करने का निरंतर प्रयास करती है
मिलता है पारिवारिक सहयोग और मार्गदर्शन श्रद्धा साहू ने बताए की उन्हें उनके दो बच्चों के साथ साथ पूरा पारिवारिक सहयोग से मिलता है उनका माइका बालोद नया पारा है उनके पिता श्री सनत सोनबरसा एडवोकेट है, पति श्री पुरेंद्र साहू पूरा साथ देते हैं, बहन - सपना साहू, बहनोई - बाबूलाल साहू सहित सभी परिवारवालों का भी मार्गदर्शन और सहयोग मिलता रहा है जिसके कारण उनकी उल्लेखनीय उपस्थिति सामाजिक क्षेत्र में बन पाई है
संगठात्मक शक्ति के प्रमुख लोग
एकल उपयोग प्लास्टिक के विरुद्ध जन जागृति लाने के लिए श्रद्धा साहू के साथ एक संगठनात्मक शक्ति कार्य करती है जो वैचारिक रूप से आपस में जुड़े हैं और तालमेल बनाकर कार्य करते है जिसमें से प्रमुख रूप से ग्राम पंचायत पतोरा की सरपंच श्रीमती अंजिता गोपेश साहू, ग्राम पंचायत रिसामा की सरपंच श्रीमती गीता महानंद, ग्राम पंचायत में चांदूर के सरपंच श्री दिलीप साहू, ग्राम पंचायत पवारा के सरपंच श्री वामन साहू, ग्राम पंचायत बोरी गारका की सरपंच श्रीमती गूंजेश्वरी साहू, ग्राम पंचायत कतरों की सरपंचश्रीमती मंजू यादव, ग्राम पंचायत जांजगीर की सरपंच श्रीमती रेखा अजय चतुर्वेदी, ग्राम पंचायत धनपुरी के सरपंच राजू लाल देशमुख, ग्राम पंचायत हनोदा के समस्त यादव समाज, समस्त साहू समाज, चंद्राकर समाज,पटेल समाज, गायत्री परिवार के समस्त युवा साथी, एवं समस्त ग्रामवासी हनोदा, ग्राम पचपेड़ी (गनियारी) की महिला स्व सहायता समूह मनीषा चंद्राकर की पूरी टीम का सहयोग, ग्राम धनोरा से पटेल समाज यादव, समाज साहू समाज का सहयोग, ग्राम कारगाडीह से मन्नू राम साहूकी पुरी टीम, नगर पंचायत उतई के अध्यक्ष डीकेंद्र हिरवानी रोहित साहू डीकेस सेन, ग्राम पंचायत सेलूद के सरपंच खेमलाल साहू जी बालोद जिला के ग्राम चिचबोड़ के मकसूदन साहू, सुखदेव साहू की पूरी टीम, ग्राम जोरातराई से सुशीला साहू एवं उनकी पूरी टीम, ग्राम देवरी से भोज राम साहू एवं उनकी पूरी टीम, ग्राम पंचायत पीकरीपार की सरपंच श्रीमती चंदा साहू, नयापारा बालोद से जागेश्वरी साहू और पूरी टीम, ग्राम चिचा से चंद्रहास साहू एवं उनकी पूरी टीम, ग्राम चिरईगोडी से शोभाराम साहू एवं उनकी पूरी टीम जिला राजनांदगांव के ग्राम - सुरगी से सुकरित साहू, अग्नू राम साहू एवं टीम, ग्राम कुम्हालोरी से ओमकार दास, जीवनलाल संतराम की पूरी टीम, ग्राम कन्हारपुरी से श्रीमती गायत्री साहू एवं उनकी पूरी टीम, ग्राम मरकाटोला से श्रीमती कुसुम साहू एवं पूरी उनकी टीम, जिला दंतेवाड़ा से डॉ निर्मला साहू द्वारा भी श्रद्धा साहू की इस पहल से प्रेरणा लेकर बर्तन बैंक की स्थापना की गई है, इस कार्य में विशेष सहयोग दिया जाता है, जिला धमतरी से सीमंत साहू एवं उनकी पूरी टीम एवं अन्य जिलों और गांव से भी विशेष सहयोग मिलता रहा है इन सभी के प्रति श्रद्धा रानी साहू ने आभार व्यक्त किया और बताया की डॉ सुकदेव साहू ग्राम जामुल का विशेष सहयोग मिलता है राकेश कौशिक ग्राम तिरंगा का निरंतर सहयोग करते है, ग्राम खोपली के सरपंच श्रीमती मंजू फत्ते लाल वर्मा, राजू साहू, बाबूलाल साहू, सपना साहू, बुधराम साहू, राजेंद्र साव आप सभी के सहयोग से धरती माता को बचाने का प्रयास संभव हो सका है श्रद्धा रानी साहू ने सभी का महत्वपूर्ण सहयोग मिलने की जानकारी देकर एकल उपयोग प्लास्टिक के विरुद्ध खड़ी वैचारिक मुहीम से सभी परिचय करवाया है |
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निस्वार्थ सेवारत रहती है
एकल चलो के मूल मंत्र पर कार्य करती समाज सेविका और पर्यवारणवादी श्रद्धा साहू और उनकी संगठनात्मक शक्ति विगत कई वर्षों से अकेले ही एकल उपयोग प्लास्टिक के विनिष्टिकरण की लड़ाई लड़ रहीं है और वैचारिक जन जागरूकता लाने का कार्य कर रही है श्रद्धा साहू छत्तीसगढ़ में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र की एक आदर्श उदाहरण बनकर सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करती है श्रद्धा साहू की निस्वार्थ सेवारत भावना पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर रहे लोगों को उत्साहित करती है और पर्यावरण संरक्षण के लिए सतत निस्वार्थ सेवा करने की भावना जन सामान्य के मन में जागने का अभूतपूर्व कार्य भी करती है ।
धरती माता की सुरक्षा जरूरी है
हमारे भावनात्मक आवरण में हमारे सबसे करीबी धरती माता ही होती है जिसकी सुरक्षा करने के लिए हम सभी को सतत प्रयास करना चाहिए क्योंकि अपनी माता के गर्भ में हमारे अस्तित्व के आने के क्षण से मृत्यु के उपरांत मिट्टी में मिल जाने के अंतिम क्षण तक धरती माता हमारा लालन पालन और संवर्धन करती रहती है लेकिन विडंबना यह है की हम इसके ठीक विपरित कार्य व्यवहार करके हम मनुष्य शरीर में जन्म लेकर सबसे ज्यादा धरती माता को दूषित परदुषित करते हैं और आहत करते है इसलिए मनुष्य होने का जिम्मेदारीपूर्ण अहसास अपने मन में सभी को लाना चाहिए और धरती माता की सेवा और सुरक्षा करने के लिए अपना योगदान देना चाहिए ।
जन जागृति लाती है
वास्तविकता बताकर लोगों को प्रकृति संरक्षण के मामले में सचेत करने का प्रयास श्राद्ध साहू और उनकी संगठनात्मक शक्ति कर रही है पर्यावरण नियम कुंजी भी जन सामान्य के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जाने प्रयासों हेतु आवश्यक नियम कानून की जानकारी पहुंचने की भूमिका निभाती है उल्लेखनीय है की शासन ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एकल उपयोग प्लास्टिक को प्रतिबंधित किया है प्लास्टिक उपयोग के नए मापदंडों को लागू किया है जिसके संबंध में विस्तृत जानकारी नीचे दिए लिंक पर है