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छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू जी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए जन जागृति लाने की पहल पर अपना भी योगदान दिया और विश्व को चिंतित करने वाले अनियंत्रित प्रदूषण को जनित करने वाले घटकों से पृथ्वी को बचाने का संदेश दिया

प्रदूषण नियंत्रण के लिए जन जागृति लाकर सभी की सहभागिता सुनिश्चित करवाने के लिए समाज सेविका निशा देशमुख अग्रणी योगदान दे रही और इस बात की जानकारी से सभी को अवगत करवा रहीं है कि, विभिन्न अपशिष्ट प्रबंधन प्रकारों या विधियों में अलग - अलग प्रक्रिया अपनाई जाती है उसमें लैंडफिलिंग, भस्मीकरण, रीसाइक्लिंग, कंपोस्टिंग, अपशिष्ट-से-ऊर्जा और अपशिष्ट जनित करने वाले स्रोत में कमी करने जैसे उपाय शामिल होते है । जिनके संबंध में सभी को जानकारी होनी चाहिए निशा देशमुख के जन जागृति अभियान के लिए छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ने अपना समय दिया और जन जागृति अभियान में सहभागिता दी l
प्रदूषण नियंत्रण के लिए जन जागृति लाकर सभी की सहभागिता सुनिश्चित करवाने के लिए समाज सेविका निशा देशमुख अग्रणी योगदान दे रही है और इस बात की जानकारी से सभी को अवगत करवा रहीं है कि, विभिन्न अपशिष्ट प्रबंधन प्रकारों या विधियों में अलग-अलग प्रक्रिया अपनाई जाती है उसमें लैंडफिलिंग, भस्मीकरण, रीसाइक्लिंग, कंपोस्टिंग, अपशिष्ट-से-ऊर्जा और अपशिष्ट जनित करने वाले स्रोत में कमी करने जैसे उपाय शामिल होते है । जिनके संबंध में सभी को जानकारी होनी चाहिए निशा देशमुख के जन जागृति अभियान के लिए छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ने अपना समय दिया और जन जागृति अभियान में सहभागिता दी l
प्रदूषण रोकने के लिए जन जागृति लाने के अभियान में सहभागिता छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ने अपनी उपस्थिति देकर इस बात का संदेश दिया की प्रदूषण रोकने के लिए हम सभी को अपना योगदान देना पड़ेगा और प्रदूषण जनित करने वाले घटकों की पहचान करके उनको समाप्त करने या वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए वचनबद्ध रहने की भूमिका सभी को निभाना पड़ेगा l
पर्यावरण संरक्षण के लिए समाज सेविका निशा देशमुख ने पहल करके प्रदूषण नियंत्रण करने वाले कानून और नियमों की जानकारी साझा करने का सामाजिक योगदान दिया जा रहा है जिससे की प्रदूषण को रोकने के लिए आवश्यक कार्यवाहियों में जन भागीदारी सुनिश्चित हो सकेl
सभी प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य वर्तमान में प्रदूषण का शिकार होता जा रहा है क्योंकि शहरीकरण और उपभोक्तावाद को बढ़ाने के लिए आवश्यक सभी वस्तुओं के निर्माण के लिए की जाने वाली प्रक्रिया से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है लेकिन छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल इसी नुकसान को कम करने और नियंत्रित करने की अहम भूमिका निभाता है जिसके मार्गदर्शन में निशा देशमुख जन जागृति अभियान का संचालन कर रही है  

पर्यावरण को प्रदूषित करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने की प्रक्रिया भी इस वेब साईट पर प्रकाशित है

पर्यावरण को प्रदूषित करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने की प्रक्रिया भी इस वेब साईट पर प्रकाशित है
पर्यावरण नियमों का अनुपालन नहीं करने के आरोपी लोगों को दण्डित किये जाने की क़ानूनी प्रक्रिया और वर्त्तमान में लागु प्रावधान भी इस वेबसाइट पर प्रकाशित है - इसलिए इस वेब साईट से जानकारी लीजिये और पर्यावरण संरक्षण के लिए व्यवहारिक तौर पर संभव होने वाली क़ानूनी प्रक्रिया को अपनाकर पर्यावरण संरक्षण का प्रयास कीजिये

जानिए - पर्यावरण संरक्षण के व्यवहारिक क़ानूनी उपाय! जिनका प्रयोग करना पर्यावरण संरक्षण हेतु जरुरी है

जानिए - पर्यावरण संरक्षण के व्यवहारिक क़ानूनी उपाय! जिनका प्रयोग करना पर्यावरण संरक्षण हेतु जरुरी है
इस वेबसाइट पर उपलब्ध है "पर्यावरण विधि का संकलन" - उल्लेखनीय है कि, हमारी जीवन दायिनी वसुंधरा के संरक्षण के लिए भारत गणराज्य द्वारा अधिनियमित प्रावधानों व नियमों का संक्षिप्त परिचय और विचारणीय पहलुओं को संकलित कर इस वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है तथा इस वेबसाईट पर पर्यावरण अधिनियम और नियम की जानकारी के साथ - साथ आपको... उन सभी कार्यवाही प्रक्रियाओं की भी जानकारी मिलेगी... जो पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यान्वित है

पर्यावरण को संरक्षित करने के नियमों की जानकारी देने वाली वेबसाईट

पर्यावरण को संरक्षित करने के नियमों की जानकारी देने वाली वेबसाईट
पर्यावरण संरक्षण कार्यवाहियों की निगरानी सूचना का अधिकार आवेदन देकर व्यक्तिगत तौर पर करिए क्योंकि पर्यावरण को प्रदूषित कुछ लोग करते हैं और इस दुष्परिणाम सभी जिव, जंतु और मनुष्यों पर पड़ता है

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बर्तन बैंक की परिकल्पना को साकार कर पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित होकर कार्य कर रहीं श्रद्धा पुरेंद्र साहू और पर्यावरण संबंधित नियम कानून को जन सामान्य की जानकारी में लाने वाले अमोल मालुसरे के निवेदन पर विधायक रिकेश सेन ने संज्ञान लेकर कार्यवाही करने के लिए पत्र जारी किया है… पढ़िए एकल उपयोग प्लास्टिक मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने की दिशा का सहभागी कदम…

प्लास्टिक वेस्ट मामले में विधायक रिकेश सेन ने संज्ञान लेकर पर्यावरण संरक्षण के लिए पत्र व्यवहार कर छत्तीसगढ़ राज्य को एकल उपयोग प्लास्टिक मुक्त करने की… शासकीय कार्य योजना में योगदान दिया है… पढ़िए शासकीय आदेश  .......... प्लास्टिक कचरा चर्चा में क्यों?   छत्तीसगढ़ राज्य में सिंगलयूज़ प्लास्टिक के विलोपन के लिये गठित टास्क फोर्स की बैठक विगत वर्ष से मंत्रालय महानदी भवन में संपन्न हो रहीं है… इन बैठकों में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा-निर्देशों के तहत एकल उपयोग प्लास्टिक के विलोपन की कार्ययोजना पर व्यापक चर्चा उपरांत कार्य योजना बनाई गई है । श्रद्धा साहू और साथीगण ने बनवाए है कई बर्तन बैंक जिसके कारण एकल उपयोग प्लास्टिक में कमी आई है बर्तन बैंक की परिकल्पना को साकार कर पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित होकर कार्य कर रहीं श्रद्धा पुरेंद्र साहू और उनकी टीम के प्रमुख तरुण साहू  पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष योगदान दे रहें जिसके कारण एकल उपयोग प्लास्टिक मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने की दिशा में सभी किं साहभागिता बन रही है  विधायक रिकेश सेन का पत्र विलोपन कार्यवाही के प्रम...

छत्तीसगढ़ में पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष योगदान देने वाली समाज सेविका निशा ने पर्यावरण संरक्षण के व्यवहारिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हम सभी पर अपनी धरती माँ को बचाने की जिम्मेदारी है जिससे की हमारी धरती माँ एक साफ़ और सुरक्षित जगह बन सके

पार्यावरण का अंधाधुंध दोहन रोको हम अनावश्यक रूप से पर्यावरण के संसाधनों का उपयोग अंधाधुंध रूप से कर रहे हैं और बदले में हानिकारक रसायनों और प्रदूषण के अलावा कुछ भी नहीं दे रहे । ये परिणाम विश्वभर में पर्यावरणीय समस्याओं को जन्म दे रहे हैं विडंबना है कि, मनुष्य अपनी धरती माँ को दूषित, प्रदूषित और अपूर्णीय क्षति पहुँचाने के कई कार्य करता है जैसे वनों की कटाई करता है , जैव विविधता का नुकसान पहुंचता है , वायु प्रदूषण करता है , जहरीले रसायनों के प्रवाह करके नदियों को प्रदूषित करता है , अपशिष्ट पदार्थों को फैलाकर गंदगी करता है , प्लास्टिक कचरा फैलाकर मिटटी की उपजाऊ क्षमता को कमजोर करता है , ग्लोबल वार्मिंग और ओजोन परत का कमजोर करने वाली गतिविधियाँ करता है , भूमिगत जल तेल गैस भंडार और प्राकृतिक संसाधन जैसे खनिजों का उत्खनन करके भूगर्भीय संरचना , जहरीले गैसों का विकास , हवा में प्रदूषण , धुंध आदि को बढ़ाने का काम मनुष्य करता है |   विकसित देश वैश्विक पर्यावरणीय समस्याओं के लिए अधिक जिम्मेदार हैं सोचिए कि क्या हम कभी भी ऐसे परिवेश में रहना पसंद करेंगे जो खराब या अस्वस्थ में हो स...