छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने अभूतपूर्व पहल करते हुए प्रदूषण नियंत्रण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए आवश्यक जनभागीदारी जुटा ली और बारह लाख से ज्यादा लोगों को भावनात्मक रूप से पर्यावरण संरक्षण के लिए वचनबद्ध कर लिया है छत्तीसगढ़ में हुई इस अभूतपूर्व गतिविधि के उल्लेखनीय पहलू थे….
हिंदुस्तान की सांस्कृतिक और पारंपरिक जीवन शैली में शपथ का बेहद महत्व है क्योंकि की हिंदुस्तान के लोगों की सोच के साथ, शपथ का भावनात्मक जुड़ाव है छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने अपनी अनुकरणीय कार्य योजना से छत्तीसगढ़ के लोगों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलवाकर जन सामान्य को पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ भावनात्मक रूप से जोड़ दिया इसलिए अब यह कहे जाने पर शायद ही किसी के दो मत होंगे की छत्तीसगढ़ की जनता का भावनात्मक जुड़ाव पर्यावरण संरक्षण के चिंताजनक विषय से हो गया है और अब शपथ लेने वाली जनता का साथ प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए जन भागीदारी के रूप में छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल को सतत मिलता रहेगा
छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने अभूतपूर्व पहल करते हुए प्रदूषण के कारणों से उत्पन्न होती खतरनाक स्थिति के लिए जन जागृति लाने का विभागीय कर्तव्य पूरा किया और जनता को प्रदूषण के दुष्परिणामों की जानकारी दी लगभग सप्ताह भर तक चलने वाली विभागीय गतिविधियों से छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने जनता के बीच सक्रिय रहने की कार्य योजना बनाई थी l जिससे छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने अपनी सक्रियता दिखाई उल्लेखनीय है बताई जा रही विभागीय जानकारी के अनुसार बारह लाख से अधिक लोगों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली इसलिए शपथ लेने वालों का इतना बड़ा आंकड़ा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र के लिए नई आशाएं और संभावनाओं के लाए स्थान बना रहा है ।
छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने प्रदूषण के कारण उत्पन्न होने वाली भयावाह वैश्विक स्थिति के बारे में लोगो को सचेत किया जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग सचेत हुए हैं और पर्यावरण संरक्षण के जन भागीदारी की नितांत आवश्यकता को समझ रहे हैं इसलिए पर्यावरण संरक्षण की शपथ लेने के महाअभियान के साथ जुड़ रहें है लोगों ने शपथ लेकर पर्यावरण संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया है बड़ी संख्या में लोग जागरूक और सचेत भी हुए है
पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने जन सामान्य को प्रदूषण नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय और प्रदूषण कम करने की वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में अवगत करवाया और इस बात से भी अवगत करवाया की प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरणीय क्षति को सिर्फ जन भागीदारी और सार्वजनिक जागरूकता के आधार पर हासिल की जा सकता है
छत्तीसगढ़ शासन और छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने अभूतपूर्व तालमेल बनाकर बारह लाख से अधिक लोगों का भावनात्मक जुड़ाव पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे से करवाने में सफलता हासिल की उल्लेखनीय है जनता के साथ स्थापित हुए इस प्रशासकीय और सहसाकीय तालमेल के साथ प्रदूषण नियंत्रण की जटिल समस्या का व्यवहारिक समाधान हासिल हुआ क्योंकि प्रदूषण फैलाने का काम प्रत्येक नागरिक अपनी भौतिक अपेक्षाओं को पूरा करने के कारण रोजाना करता है लेकिन अब तालमेल बनाकर प्रदूषण नियंत्रण का लक्ष्य हासिल करना संभव लगाने लगा है