नदी डॉल्फ़िन पर किए गए अध्ययनों के अनुसार, गंगा की मुख्यधारा में इनकी जनसंख्या स्थिर मानी जा रही है, हालांकि सहायक नदियों में इनकी जनसंख्या में गिरावट आई है। गंगा नदी डॉल्फिन के संरक्षण के लिए सरकार द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदम इस प्रकार हैं :
गंगा नदी डॉल्फिन को वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची-I में सूचीबद्ध किया गया है, जिसके अनुसार डॉल्फिन को सुरक्षा का उच्चतम स्तर प्राप्त हुआ है। गंगा नदी डॉल्फिन को भारत के राष्ट्रीय जलीय जीव के रूप में नामित किया गया है। मंत्रालय ने केंद्र द्वारा प्रायोजित योजना 'वन्यजीव आवासों का विकास' के तहत राज्यों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए गंगा नदी डॉल्फिन को गंभीर रूप से लुप्तप्राय 22 प्रजातियों में से एक के रूप में शामिल किया गया है।
गंगा नदी के किनारे गंगा नदी डॉल्फिन के महत्वपूर्ण आवासों को विक्रमशिला डॉल्फिन अभयारण्य, बिहार की तरह संरक्षित क्षेत्रों के रूप में अधिसूचित किया गया है। नदी डॉल्फ़िन और जलीय आवासों की देखरेख सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना (2022-2047) विकसित की गई है। जिसमें विभिन्न हितधारकों और संबंधित मंत्रालयों की भूमिका की पहचान की गई है। यह जानकारी केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।
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एमजी/एमएस/आरपी/आईपीएस/सीएस प्रविष्टि तिथि: 07 AUG 2023 by PIB Delhi (रिलीज़ आईडी: 1946598) आगंतुक पटल : 106