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प्लास्टिक कचरा: विश्व के लिए खतरा बन गया है इसलिए इसका विधिसम्मत निपटान करने के लिए जन जागरूकता अभियान में वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र भी सक्रिय हो गया है जिसके लिए विधायक रिकेश सेन ने दुर्ग कलेक्टर को पत्र लिखा है और सकारात्मक पहल की है

धरती माता के लिए खतरा सिंगल-यूज प्लास्टिक एक ऐसा प्लास्टिक जिसका उपयोग हम केवल एक बार करते हैं स्पष्ट रहे की एक बार इस्तेमाल करके फेंक दी जाने वाली प्लास्टिक की वस्तुओं को ही सिंगल-यूज प्लास्टिक कहा जाता है हम लोग इसे डिस्पोजेबल प्लास्टिक भी कहते हैं गौरतलब रहे कि, यह एकल उपयोग प्लास्टिक हमारी क्षणिक आवश्यकता को पूरा करता है लेकिन इसके कारण हमारी धरती माता को अपूर्णीय क्षति का सामना करना पड़ रहा है इसी एकल उपयोग प्लास्टिक के खतरे से हमारी धरती माता को बचाने के लिए समाज सेविका श्रद्धा साहू "एकलाचालों" को तर्ज पर जन जागरूकता अभियान चला रहीं है जिसमे पर्यावरण नियम कुंजी अपनी सहभागिता देते हुए विधिक क्षेत्र से जुड़े सभी कार्यवाहियों को पूरा करने की जिम्मेदारी पूरी कर रही है परिणाम स्वरूप यह अभियान प्रशासकीय और सामाजिक दोनो प्रयासों को जोड़ने की अहम भूमिका पूरी कर रहा है ।
पढ़िए :- विधायक द्वारा एकल उपयोग प्लास्टिक कचरे का निपटान करने के लिए निभाई गई अहम भूमिका और प्रशासन से किया गया पत्र व्यवहार 

विधायक रिकेश सेन सक्रिय हुए

छत्तीसगढ़ में दुर्ग जिले का वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र सबसे तेजी से बढ़ता आबादी क्षेत्र है जिसकी जन संख्या बढ़ने के परिणामस्वरूप इस क्षेत्र से जनित होने वाले नगरीय ठोस अपशिष्ठ की मात्रा में गुणात्मक वृद्धि हो रही है जिसके कारण इस क्षेत्र की कचरा निपटान व्यवस्था को करना एक चिंताजनक विषय बन गया है । उल्लेखनीय है कि, इस कचरे में प्लास्टिक कचरे की बहुत बड़ी मात्रा होती है जिसको व्यवहारिक रूप से कम करने की जिम्मेदारी विधायक रीकेश सेन पूरी कर रहे है वे अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से मिलकर इस वैश्विक समस्या से निपटने की कार्य योजना बना रहे है जिसे सुरवात करते हुए रिकेश सेन ने दुर्ग कलेक्टर को पत्र लिखा है ।

प्लास्टिक कचरा बना चुनौती

समाज सेविका श्रद्धा साहू और श्री तरुण साहू प्रदेश अध्यक्ष नई पहल स्टील बर्तन बैंक, पर्यावरण संरक्षण का प्रयास कर रहे है और प्लास्टिक कचरे से हमारी धरती माता को उत्पन्न खतरे को एक चुनौती के रूप में लेते हुए जन जागरूकता अभियान प्रारंभ किया है इस अभियान के तहत प्लास्टिक कचरे को जनित होने से रोकने की मुहिम उन्होंने चलाई है जिसमे प्लास्टिक कचरा जनित करने वाले बड़े सार्वजनिक आयोजन, विवाह समारोह, सामाजिक सम्मेलन जैसे कार्यक्रमों के आयोजकों को इस बात की जानकारी दी जाती है की प्लास्टिक कचरा हमारे लिए कितना बड़ा खतरा है और इसको रोकने के उपाय हम कैसे कर सकते है ? उल्लेखनीय है की श्रद्धा साहू ने बर्तन बैंक परिकल्पना को छत्तीसगढ़ में साकार रूप दिया है उन्होंने बड़ी संख्या में बर्तन बैंक समितियों का गठन करवाया है जिसके कारण छत्तीसगढ़ की बर्तन बैंक समितियां प्लास्टिक कचरे से लगातार सीधी लड़ाई लड़ते हुए प्लास्टिक कचरे को जनित होने से रोक देती है ।------------------------------------------------

प्लास्टिक कचरे को जनित होने से रोकना ही हमारी धरती माता को सुरक्षित करने का सबसे कारगर उपाय है . आज सबको मिलकर प्रयास करना जरूरी है मधुर चितलांग्या प्रधान संपादक , दैनिक पूरब टाइम्स-

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हमारी इस मुहिम पर शासन प्रशासन की ओर से सकारात्मक सहयोग एक अच्छा संकेत है . अच्छी शुरुआत, अच्छे परिणाम ही देगा जन जागरूकता भी आवश्यक है अमोल मालूसरे समाज सेवक एवं राजनीतिक विश्लेषक

 

पर्यावरण को प्रदूषित करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने की प्रक्रिया भी इस वेब साईट पर प्रकाशित है

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पर्यावरण नियमों का अनुपालन नहीं करने के आरोपी लोगों को दण्डित किये जाने की क़ानूनी प्रक्रिया और वर्त्तमान में लागु प्रावधान भी इस वेबसाइट पर प्रकाशित है - इसलिए इस वेब साईट से जानकारी लीजिये और पर्यावरण संरक्षण के लिए व्यवहारिक तौर पर संभव होने वाली क़ानूनी प्रक्रिया को अपनाकर पर्यावरण संरक्षण का प्रयास कीजिये

जानिए - पर्यावरण संरक्षण के व्यवहारिक क़ानूनी उपाय! जिनका प्रयोग करना पर्यावरण संरक्षण हेतु जरुरी है

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इस वेबसाइट पर उपलब्ध है "पर्यावरण विधि का संकलन" - उल्लेखनीय है कि, हमारी जीवन दायिनी वसुंधरा के संरक्षण के लिए भारत गणराज्य द्वारा अधिनियमित प्रावधानों व नियमों का संक्षिप्त परिचय और विचारणीय पहलुओं को संकलित कर इस वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है तथा इस वेबसाईट पर पर्यावरण अधिनियम और नियम की जानकारी के साथ - साथ आपको... उन सभी कार्यवाही प्रक्रियाओं की भी जानकारी मिलेगी... जो पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यान्वित है

पर्यावरण को संरक्षित करने के नियमों की जानकारी देने वाली वेबसाईट

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पर्यावरण संरक्षण कार्यवाहियों की निगरानी सूचना का अधिकार आवेदन देकर व्यक्तिगत तौर पर करिए क्योंकि पर्यावरण को प्रदूषित कुछ लोग करते हैं और इस दुष्परिणाम सभी जिव, जंतु और मनुष्यों पर पड़ता है

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