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वायु प्रदूषण का खतरा हम सभी को निगलने के लिए दिनों दिन अपना आकार बढ़ता जा रहा है और हमारे साथ हमारी माता वसुंधरा को भी निगलने की तैयारी में है... इसलिए इस खतरे से निपटने के लिए हम सभी को प्रयास करने है पढ़िए नियम कानून...

भारत में वायु प्रदूषण को रोकने के नियम कानून

  1. वायु (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1981:

यह भारत का मुख्य वायु प्रदूषण कानून है। यह प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों, वाहनों और अन्य स्रोतों पर नियंत्रण रखता है।

इसमें निम्नलिखित प्रावधान शामिल हैं:

  • प्रदूषणकारी उद्योगों के लिए उत्सर्जन मानक निर्धारित करना

  • वाहनों के लिए उत्सर्जन मानक निर्धारित करना

  • वायु गुणवत्ता मानकों को अधिसूचित करना

  • प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों की स्थापना करना

  • प्रदूषण फैलाने वालों पर जुर्माना लगाना

2. राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP):

यह भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है। इसका लक्ष्य 2024 तक 2017 के स्तर से वायु प्रदूषण को 20-30% तक कम करना है।

इस कार्यक्रम के तहत निम्नलिखित पहलें शामिल हैं:

  • प्रदूषणकारी उद्योगों के लिए उत्सर्जन मानकों को कड़ा करना

  • वाहनों के लिए उत्सर्जन मानकों को कड़ा करना

  • सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना

  • नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना

  • पराली जलाने पर रोक लगाना

  • वनरोपण

3. अन्य कानून और नियम:

  • जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1974

  • पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986

  • राष्ट्रीय पर्यावरण नीति, 2006

  • प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों के लिए विभिन्न नियम और विनियम

इन कानूनों और नियमों के अलावा, वायु प्रदूषण को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय भी किए जा सकते हैं:

  • लोगों में जागरूकता बढ़ाना

  • प्रदूषण फैलाने वाले गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाना

  • प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों का उपयोग करना

  • पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली अपनाना

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।

अधिक जानकारी के लिए, आप निम्नलिखित वेबसाइटों पर जा सकते हैं:

  • Ministry of Environment, Forest and Climate Change: https://moef.gov.in/

  • Central Pollution Control Board: https://cpcb.nic.in/

  • National Clean Air Programme: [अमान्य यूआरएल हटाया गया]

यह भी ध्यान रखें कि कानूनों और नियमों के अलावा, वायु प्रदूषण को रोकने के लिए नागरिकों की सक्रिय भागीदारी भी महत्वपूर्ण है।

आप वायु प्रदूषण को कम करने में योगदान दे सकते हैं:

  • सार्वजनिक परिवहन, साइकिल या पैदल चलने का उपयोग करना

  • कम उत्सर्जन वाले वाहन खरीदना

  • ऊर्जा का कम उपयोग करना

  • पराली जलाने से बचना

  • प्लास्टिक का उपयोग कम करना

  • अधिक पेड़ लगाना

हम सब मिलकर वायु प्रदूषण को कम कर सकते हैं और एक स्वस्थ और सुखद वातावरण बना सकते हैं।


पर्यावरण को प्रदूषित करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने की प्रक्रिया भी इस वेब साईट पर प्रकाशित है

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पर्यावरण नियमों का अनुपालन नहीं करने के आरोपी लोगों को दण्डित किये जाने की क़ानूनी प्रक्रिया और वर्त्तमान में लागु प्रावधान भी इस वेबसाइट पर प्रकाशित है - इसलिए इस वेब साईट से जानकारी लीजिये और पर्यावरण संरक्षण के लिए व्यवहारिक तौर पर संभव होने वाली क़ानूनी प्रक्रिया को अपनाकर पर्यावरण संरक्षण का प्रयास कीजिये

जानिए - पर्यावरण संरक्षण के व्यवहारिक क़ानूनी उपाय! जिनका प्रयोग करना पर्यावरण संरक्षण हेतु जरुरी है

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इस वेबसाइट पर उपलब्ध है "पर्यावरण विधि का संकलन" - उल्लेखनीय है कि, हमारी जीवन दायिनी वसुंधरा के संरक्षण के लिए भारत गणराज्य द्वारा अधिनियमित प्रावधानों व नियमों का संक्षिप्त परिचय और विचारणीय पहलुओं को संकलित कर इस वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है तथा इस वेबसाईट पर पर्यावरण अधिनियम और नियम की जानकारी के साथ - साथ आपको... उन सभी कार्यवाही प्रक्रियाओं की भी जानकारी मिलेगी... जो पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यान्वित है

पर्यावरण को संरक्षित करने के नियमों की जानकारी देने वाली वेबसाईट

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पर्यावरण संरक्षण कार्यवाहियों की निगरानी सूचना का अधिकार आवेदन देकर व्यक्तिगत तौर पर करिए क्योंकि पर्यावरण को प्रदूषित कुछ लोग करते हैं और इस दुष्परिणाम सभी जिव, जंतु और मनुष्यों पर पड़ता है

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