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जल संरक्षण के लिए अमृत सरोवर मिशन

जल संरक्षण के लिए अमृत सरोवर मिशन

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने 24 अप्रैल, 2022 को प्रत्येक ग्रामीण जिले में 75 सरोवरों के निर्माण/पुनरुद्धार हेतु मिशन अमृत सरोवर की शुरुआत की थी।

15 अगस्त, 2023 तक 50,000 सरोवरों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। इस मिशन के अंतर्गत अक्टूबर 2024 तक, मिशन अमृत सरोवर के पहले चरण के अंतर्गत, 68,000 से अधिक सरोवरों का निर्माण/पुनरुद्धार किया जा चुका है, जो मूल लक्ष्य से अधिक है। राज्य/केंद्र शासित प्रदेश-वार निर्मित/पुनरुद्धार किए गए अमृत सरोवरों की जानकारी नीचे संलग्न है।

इस पहल ने जल संकट की गंभीर समस्या के समाधान और विभिन्न क्षेत्रों में सतही एवं भूजल की उपलब्धता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन जलाशयों ने न केवल तात्कालिक जल आवश्यकताओं को पूरा किया, बल्कि स्थायी जल स्रोत भी निर्मित किए, जो दीर्घकालिक पर्यावरणीय स्थिरता और सामुदायिक कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

जनभागीदारी मिशन का मूल है और मिशन के सभी चरणों में लोगों की भागीदारी शामिल है। इसका उद्देश्य समुदाय की सामूहिक भावना को जागृत करना है। स्वतंत्रता दिवस/गणतंत्र दिवस पर शिलान्यास, वृक्षारोपण और ध्वजारोहण सहित सभी संबद्ध अवसरों का नेतृत्व किसी स्वतंत्रता सेनानी या उसके परिवार के सदस्य, या किसी शहीद के परिवार या किसी स्थानीय पद्म पुरस्कार विजेता द्वारा किया जाता है। यदि ऐसा कोई नागरिक उपलब्ध नहीं है, तो संबंधित/स्थानीय ग्राम पंचायत के सबसे वरिष्ठ नागरिक को आमंत्रित किया जाता है। अब तक लगभग 2,203 स्वतंत्रता सेनानी, पंचायत के 22,993 वरिष्ठ सदस्य, स्वतंत्रता सेनानियों के 385 परिवार के सदस्य, शहीदों के 742 परिवार के सदस्य और 69 पद्म पुरस्कार विजेता इस मिशन में भाग ले चुके हैं।

इसके अलावा, अमृत सरोवर स्थल पर नीम, बरगद, पीपल और अन्य देशी पौधे लगाना अनिवार्य है। पूरे मिशन के दौरान अमृत सरोवर स्थलों पर लगभग 23 लाख पौधे लगाए गए हैं।

मिशन अमृत सरोवर के निम्नलिखित दो प्रभाव मूल्यांकन अध्ययन किए गए हैं:  

1.   आईआईटी-दिल्ली द्वारा किए गए मिशन अमृत सरोवर के चरण-I के प्रभाव मूल्यांकन में बताया गया है कि देश भर में जल निकायों के सतह क्षेत्र में 16.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और शुष्क जल निकायों में 42 प्रतिशत की कमी आई है, जो जल संरक्षण और जलवायु परिवर्तन शमन में मिशन की भूमिका को उजागर करता है।

2.   इसके अलावा, जीआईजेड इंडिया के अध्ययन में मिशन अमृत सरोवर के कारण भूजल स्तर, कृषि, जैव विविधता और आजीविका में महत्वपूर्ण सुधार के बारे में जानकारी दी गई है।

जल शक्ति राज्य मंत्री श्री राज भूषण चौधरी ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

एमएएम/एसएमपी/एनएम

(राज्यसभा यूएस क्‍यू2480)

क्रमांक।

राज्य/केंद्र शासित प्रदेश

निर्मित/पुनरुद्धार अमृत सरोवर की कुल संख्या

1

अंडमान और निकोबार

227

2

आंध्र प्रदेश

2154

3

अरुणाचल प्रदेश

778

4

असम

2963

5

बिहार

2613

6

छत्तीसगढ

2902

7

गोवा

159

8

गुजरात

2652

9

हरियाणा

2087

10

हिमाचल प्रदेश

1690

11

जम्मू-कश्मीर

1056

12

झारखंड

2047

13

कर्नाटक

4054

14

केरल

865

15

लद्दाख

100

16

मध्य प्रदेश

5825

17

महाराष्ट्र

3055

18

मणिपुर

1226

19

मेघालय

705

20

मिजोरम

1029

21

नगालैंड

255

22

ओडिशा

2366

23

पुद्दुचेरी

156

24

पंजाब

1453

25

राजस्थान

3139

26

सिक्किम

199

27

तमिलनाडु

2484

28

तेलंगाना

1871

29

दादरा नगर और हवेली, दमन और दीव

57

30

त्रिपुरा

682

31

उत्तराखंड

1319

32

उत्‍तर प्रदेश

16632

33

पश्चिम बंगाल

27

कुल

68,827

पीके/केसी/जेके/केके (रिलीज़ आईडी: 2155082) आगंतुक पटल : 33 प्रविष्टि तिथि: 11AUG 2025 by PIB Delhi

 

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